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फजर की अज़ान के तुरंत बाद
"बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम इफ्तह इफ्तह इफ्तह"
بِسْمِ اللَّـهِ الرَّحْمَـٰنِ الرَّحِيمِ
اِفْتَحْ
اِفْتَحْ
اِفْتَحْ
Iftah
Iftah Iftah
सौ बार पढ़कर आँखें बंद कर लें और उस रोगी की कल्पना करें जिसके बारे में जानकारी प्राप्त करनी है। रोग की स्थिति ज़ेहन में स्पष्ट हो जाएगी। यदि रोगी स्वयं जानना चाहे कि उसे क्या बीमारी है, तो यह अमल करके अपने दिल के अंदर देखे, ज़ेहन में रोग की प्रकृति प्रकट हो जाएगी।
यदि किसी बीमारी का उपचार जानना हो, तो यही अमल रात को सोने से पहले उत्तर दिशा की ओर मुख करके करें, किसी से बातचीत न करें और सो जाएं। जब तक स्थिति स्पष्ट न हो जाए, इस अमल को प्रतिदिन जारी रखें। निदान या उपचार का खुलासा स्वप्न में या किसी अन्य रूप में हो जाएगा।
रोहानी इलाज-आध्यात्मिक चिकित्सा(Roohani ilaj)
ख्वाजा शम्सुद्दीन अजीमी
समर्पण
हज़ूर सरवर-ए-ब्रह्मांड
(P.B.U.H.) की सेवा में
संदेह और अनिश्चितता के तूफ़ान से उत्पन्न लगभग दो सौ
बीमारियों और समस्याओं को एकत्र कर इस पुस्तक में उनका समाधान प्रस्तुत किया जा
रहा है।
पुस्तक "रूहानी इलाज" में जितने भी
रोगों के उपचार और समस्याओं के समाधान प्रस्तुत किए गए हैं, वे सभी मुझे सिलसिला ओवैसिया, कलंदरिया, अज़ीमिया से
स्थानांतरित हुए हैं, और इस फ़क़ीर ने इन समस्त आमलियात
की ज़कात अदा की है।
मैं ब्रह्मांड की सृष्टि के लिए इस रूहानी कृपा को
सामान्य करता हूँ और सैय्यदुना हज़ूर (P.U.H.B.) के माध्यम से प्रार्थना करता हूँ कि अल्लाह तआला मेरी
इस कोशिश को स्वीकार्यता प्रदान करें, अपने भक्तों को
स्वास्थ्य प्रदान करें, और उन्हें कठिनाइयों, संकटों और परेशानियों से सुरक्षित रखें।
आमीन, सुम्मा आमीन।