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मन में खून भर जाना


दिमाग, गला, मसूड़े और फेफड़ों के प्रभावित हो जाने से या किसी अज्ञात कारण के आधार पर दिन या रात को सोते समय, मुँह में खून भर जाता है, और मरीज को बार-बार खून की कुलियाँ करनी पड़ती रहती हैं। इस तरह शरीर का सारा खून बाहर निकल जाता है। यह स्थिति अत्यधिक चिंताजनक और खतरनाक होती है। इलाज यह है:

उत्तम किस्म की रूई लेकर, दो फूएं पर एक बार

بِسْمِ اللّهِ الرَّحْمـَنِ الرَّحِيمِ

سَبِّحِ اسْمَ رَبِّكَ الْأَعْلَىٰ، الَّذِي خَلَقَ فَسَوَّىٰ، وَالَّذِي قَدَّرَ فَهَدَىٰ، وَالَّذِي أَخْرَجَ الْمَرْعَىٰ، فَجَعَلَهُ غُثَاءً أَحْوَىٰ

(Subbih Isma Rabbikal A'la, Alladhī Khalaqa Fasaawā, Waladhī Qaddara Fahadā, Waladhī Akhrajal Mar'ā, Fajālahu Ghusā'an Ahwā)

पढ़कर दम करें और एक-एक फूया दोनों कानों में रात को सोते समय रखें। अगली रात ये फूए निकालकर दूसरे दो फूएं पर दम करके कानों में रखें। इस प्रक्रिया की अवधि सात दिन है। फूएं इकट्ठा करके बहते पानी या कुएं में डाल दें।

अल्लाह के क़लाम की बरकत से यह बीमारी आसानी से ठीक हो जाती है। ऐसे कई मरीज मेरे पास आए जो महीनों से अस्पताल में भर्ती थे, चिकित्सक हैरान और परेशान थे कि यह खून कहाँ से रहा है? मरीज को बार-बार खून दिया जाता था और यह खून भी मुँह के रास्ते निकल जाता था। इस फ़क़ीर ने अल्लाह पर यकीन के साथ इलाज सुझाया और सभी मरीजों को ख़ुदा के फज़ल और करम से स्वस्थ कर दिया। चिकित्सक समुदाय के लिए यह एक पहेली बन गई थी कि यह खून कैसे रुक गया?

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रोहानी इलाज-आध्यात्मिक चिकित्सा(Roohani ilaj)

ख्वाजा शम्सुद्दीन अजीमी

समर्पण

हज़ूर सरवर-ए-ब्रह्मांड (P.B.U.H.) की सेवा में

 

संदेह और अनिश्चितता के तूफ़ान से उत्पन्न लगभग दो सौ बीमारियों और समस्याओं को एकत्र कर इस पुस्तक में उनका समाधान प्रस्तुत किया जा रहा है।

पुस्तक "रूहानी इलाज" में जितने भी रोगों के उपचार और समस्याओं के समाधान प्रस्तुत किए गए हैं, वे सभी मुझे सिलसिला ओवैसिया, कलंदरिया, अज़ीमिया से स्थानांतरित हुए हैं, और इस फ़क़ीर ने इन समस्त आमलियात की ज़कात अदा की है।

मैं ब्रह्मांड की सृष्टि के लिए इस रूहानी कृपा को सामान्य करता हूँ और सैय्यदुना हज़ूर (P.U.H.B.) के माध्यम से प्रार्थना करता हूँ कि अल्लाह तआला मेरी इस कोशिश को स्वीकार्यता प्रदान करें, अपने भक्तों को स्वास्थ्य प्रदान करें, और उन्हें कठिनाइयों, संकटों और परेशानियों से सुरक्षित रखें।

आमीन, सुम्मा आमीन।