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पेट की गड़बड़ी (पेचिश)


पेचिश साधारण हो या खून वाली, दोनों में इसका कारण आंतों में घाव होना होता है। इस रोग में ज़मीन में उगने वाली सब्ज़ियाँ, तीखा मसाला, अधिक नमक-मिर्च और मांस की हड्डियाँ बहुत हानिकारक होती हैं। पुरानी पेचिश का दीर्घकालिक इलाज निरंतर उपचार से समाप्त हो जाता है।

समय से पहले कुछ कुछ खाने की आदत अत्यंत हानिकारक साबित होती है। आहार में सागो दाना, मूंग की दाल, खिचड़ी जिसमें दाल दो भाग और चावल एक भाग हो, का सेवन किया जाना चाहिए। बकरी के मांस के शोरबे में, जिसमें नमक-मिर्च केवल नाममात्र हो, रोटी को अच्छे से भिगोकर सेवन करें। उपचार निम्नलिखित है:

بِسْمِ اللَّہِ الرَّحْمَانِ الرَّحِیمِ
إِنَّ اللَّہَ كَانَ بِكُلِّ شَيْءٍ عَلِيمًا

Inna Allāha kāna bikulli shay’in ʿAlīmā

सूर्योदय से पूर्व, सुबह खाली पेट एक प्याली पानी पर दम करके एक महीने तक सेवन करें। दम किया हुआ पानी पीने के बाद आधे घंटे तक किसी भी प्रकार का आहार या पेय लेना निषेध है।

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रोहानी इलाज-आध्यात्मिक चिकित्सा(Roohani ilaj)

ख्वाजा शम्सुद्दीन अजीमी

समर्पण

हज़ूर सरवर-ए-ब्रह्मांड (P.B.U.H.) की सेवा में

 

संदेह और अनिश्चितता के तूफ़ान से उत्पन्न लगभग दो सौ बीमारियों और समस्याओं को एकत्र कर इस पुस्तक में उनका समाधान प्रस्तुत किया जा रहा है।

पुस्तक "रूहानी इलाज" में जितने भी रोगों के उपचार और समस्याओं के समाधान प्रस्तुत किए गए हैं, वे सभी मुझे सिलसिला ओवैसिया, कलंदरिया, अज़ीमिया से स्थानांतरित हुए हैं, और इस फ़क़ीर ने इन समस्त आमलियात की ज़कात अदा की है।

मैं ब्रह्मांड की सृष्टि के लिए इस रूहानी कृपा को सामान्य करता हूँ और सैय्यदुना हज़ूर (P.U.H.B.) के माध्यम से प्रार्थना करता हूँ कि अल्लाह तआला मेरी इस कोशिश को स्वीकार्यता प्रदान करें, अपने भक्तों को स्वास्थ्य प्रदान करें, और उन्हें कठिनाइयों, संकटों और परेशानियों से सुरक्षित रखें।

आमीन, सुम्मा आमीन।