ताली दोनों हाथों से बजती है। जब पति-पत्नी बिना वजह लड़ते रहते हैं, तो उस घर का माहौल बिगड़ जाता है और बच्चों की शिक्षा में कमी आ जाती है। इसका समाधान इस तरह करना चाहिए कि पति-पत्नी में से कोई एक, बच्चों की शिक्षा के लिए त्याग करें और चुप रहें। वह उदाहरण आपने सुना ही होगा "एक चुप सौ को हराए"। अगर दोनों में से किसी की भी प्रकृति में त्याग न हो तो
وَالْکَاظِمِیْنَ الْغَیْظَ وَالْعَافِیْنَ عَنِ النَّاسِ
وَاللّٰہُ یُحِبُ الْمُحْسِّنِینَ
Wa-al-Kāẓimīna
al-Ghayẓa wa-al-‘Āfīna ‘Ani an-Nāsi
wa-Allāhu
Yuḥibbu al-Muḥsinīn
हर नमाज के बाद सौ (100) बार पढ़कर एक घूंट पानी पर दम करके पिएं।
(आयत का अनुवाद यह है: "जो लोग क्रोध को पी जाते हैं और लोगों को माफ कर देते हैं। अल्लाह ऐसे भले लोगों से प्रेम करता है।")
रोहानी इलाज-आध्यात्मिक चिकित्सा(Roohani ilaj)
ख्वाजा शम्सुद्दीन अजीमी
समर्पण
हज़ूर सरवर-ए-ब्रह्मांड
(P.B.U.H.) की सेवा में
संदेह और अनिश्चितता के तूफ़ान से उत्पन्न लगभग दो सौ
बीमारियों और समस्याओं को एकत्र कर इस पुस्तक में उनका समाधान प्रस्तुत किया जा
रहा है।
पुस्तक "रूहानी इलाज" में जितने भी
रोगों के उपचार और समस्याओं के समाधान प्रस्तुत किए गए हैं, वे सभी मुझे सिलसिला ओवैसिया, कलंदरिया, अज़ीमिया से
स्थानांतरित हुए हैं, और इस फ़क़ीर ने इन समस्त आमलियात
की ज़कात अदा की है।
मैं ब्रह्मांड की सृष्टि के लिए इस रूहानी कृपा को
सामान्य करता हूँ और सैय्यदुना हज़ूर (P.U.H.B.) के माध्यम से प्रार्थना करता हूँ कि अल्लाह तआला मेरी
इस कोशिश को स्वीकार्यता प्रदान करें, अपने भक्तों को
स्वास्थ्य प्रदान करें, और उन्हें कठिनाइयों, संकटों और परेशानियों से सुरक्षित रखें।
आमीन, सुम्मा आमीन।
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