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निम्नलिखित नक़्श को कागज पर सुस्पष्ट रूप से लिखकर फलीता (बत्ती) के रूप में तैयार करें और उसे रूई में लपेटकर रोगी की चारपाई के समीप जलाएं। यह उपचार तब तक जारी रखें, जब तक रोगी को पूर्णरूपेण रोग से मुक्ति न मिल जाए।
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उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) के उपचार के लिए इस तावीज़ को हरे रंग से लिखें।
निम्न रक्तचाप (लो ब्लड प्रेशर) के उपचार के लिए इस तावीज़ को लाल रंग से लिखें।
नर्वस ब्रेकडाउन के उपचार के लिए इस तावीज़ को पीले रंग से लिखें।
अन्य मानसिक विकारों के उपचार के लिए इस तावीज़ को नीले रंग से लिखें।
सूचना: यदि हरा, लाल, या नीला रंग उपलब्ध न हो, तो पीला रंग भी पर्याप्त है, बशर्ते वह रंग खाद्य उपयोग के लिए सुरक्षित हो।
उपचार की अवधि अधिकतम चालीस (40) दिन है। फलीता चाहे एक दिन में एक बनाएँ या एक से अधिक बनाकर रख लें। फलीता जलाने के लिए मिट्टी के दीए में घी का उपयोग करें।
रोहानी इलाज-आध्यात्मिक चिकित्सा(Roohani ilaj)
ख्वाजा शम्सुद्दीन अजीमी
समर्पण
हज़ूर सरवर-ए-ब्रह्मांड
(P.B.U.H.) की सेवा में
संदेह और अनिश्चितता के तूफ़ान से उत्पन्न लगभग दो सौ
बीमारियों और समस्याओं को एकत्र कर इस पुस्तक में उनका समाधान प्रस्तुत किया जा
रहा है।
पुस्तक "रूहानी इलाज" में जितने भी
रोगों के उपचार और समस्याओं के समाधान प्रस्तुत किए गए हैं, वे सभी मुझे सिलसिला ओवैसिया, कलंदरिया, अज़ीमिया से
स्थानांतरित हुए हैं, और इस फ़क़ीर ने इन समस्त आमलियात
की ज़कात अदा की है।
मैं ब्रह्मांड की सृष्टि के लिए इस रूहानी कृपा को
सामान्य करता हूँ और सैय्यदुना हज़ूर (P.U.H.B.) के माध्यम से प्रार्थना करता हूँ कि अल्लाह तआला मेरी
इस कोशिश को स्वीकार्यता प्रदान करें, अपने भक्तों को
स्वास्थ्य प्रदान करें, और उन्हें कठिनाइयों, संकटों और परेशानियों से सुरक्षित रखें।
आमीन, सुम्मा आमीन।