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इच्छानुसार विवाह हेतु


तावीज़ लेखन की विधि: नीचे दिए गए आलेख (नक़्श) के ऊपर पतले काग़ज़ को रखकर उसे तालिकाओं (खानों) में विभाजित करें, फिर काग़ज़ को अलग कर ऊपर "बिस्मिल्लाह शरीफ़" अंकित करें। इसके पश्चात तालिकाओं की प्रविष्टि इस प्रकार करें कि सर्वप्रथम वे चार खाने अंकित करें जिन पर क्रम संख्या (1) दी गई हो, तत्पश्चात (2) क्रमांकित खानों की प्रविष्टि करें और इसी क्रम में सभी आठ खाने पूर्ण करें। इसके नीचे "मुहिब" (अर्थात् जो विवाह करना चाहता है) का नाम लिखें, तथा इस नाम के बाद "अल-हुब" अंकित कर "महबूब" (अर्थात् जिससे विवाह प्रस्तावित है) का नाम लिखें।

 प्रेमी ताबेज मोहिब से प्यार करता है। शयन तकिए के नीचे स्थापित करे। यदि त्वरित प्रभाव अपेक्षित हो, तो इस तावीज़ को दो प्रस्तरखंडों (पत्थरों) के मध्य दाबित करें। प्रत्येक प्रस्तरखंड का भार न्यूनतम दो सेर होना अनिवार्य है। यदि उनका भार अधिक हो, तो कोई आपत्ति नहीं, किन्तु दो सेर से कम नहीं होना चाहिए। इन प्रस्तरखंडों को धरातल (भूमि) पर स्थापित करें, किसी भी प्रकार के लकड़ी के आधार, चौकी या विस्तर (शय्या) पर रखें। यह प्रक्रिया केवल नैतिक एवं विधिसम्मत उद्देश्यों के लिए संपादित की जाए। यदि इसका प्रयोग अनुचित अथवा अवैध कार्यों हेतु किया गया, तो प्रतिकूल परिणाम संभावित हैं।

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रोहानी इलाज-आध्यात्मिक चिकित्सा(Roohani ilaj)

ख्वाजा शम्सुद्दीन अजीमी

समर्पण

हज़ूर सरवर-ए-ब्रह्मांड (P.B.U.H.) की सेवा में

 

संदेह और अनिश्चितता के तूफ़ान से उत्पन्न लगभग दो सौ बीमारियों और समस्याओं को एकत्र कर इस पुस्तक में उनका समाधान प्रस्तुत किया जा रहा है।

पुस्तक "रूहानी इलाज" में जितने भी रोगों के उपचार और समस्याओं के समाधान प्रस्तुत किए गए हैं, वे सभी मुझे सिलसिला ओवैसिया, कलंदरिया, अज़ीमिया से स्थानांतरित हुए हैं, और इस फ़क़ीर ने इन समस्त आमलियात की ज़कात अदा की है।

मैं ब्रह्मांड की सृष्टि के लिए इस रूहानी कृपा को सामान्य करता हूँ और सैय्यदुना हज़ूर (P.U.H.B.) के माध्यम से प्रार्थना करता हूँ कि अल्लाह तआला मेरी इस कोशिश को स्वीकार्यता प्रदान करें, अपने भक्तों को स्वास्थ्य प्रदान करें, और उन्हें कठिनाइयों, संकटों और परेशानियों से सुरक्षित रखें।

आमीन, सुम्मा आमीन।