यदि किसी लड़की के रिश्ते आते हों लेकिन नज़र के प्रभाव के कारण तय न हो रहे हों, तो लड़की की माता या स्वयं लड़की सूरह अल-फातिहा इस प्रकार पढ़े कि जब إِيَّاكَ
نَعْبُدُ وَإِيَّاكَ نَسْتَعِينُ (iyyāka
na'budu wa iyyāka nasta'īn) पर पहुँचे, तो इस आयत को ग्यारह बार पढ़े, फिर पूरी सूरह पूरी करके पानी पर दम करे। इसी प्रकार, ग्यारह बार यह सूरह पढ़कर पुनः पानी पर दम करे और इस पानी को लड़की को तीन घूँट में पिलाया जाए या लड़की स्वयं इस अमल को करके पानी पी ले। यह अमल चालीस (40) दिन करना आवश्यक है।
रोहानी इलाज-आध्यात्मिक चिकित्सा(Roohani ilaj)
ख्वाजा शम्सुद्दीन अजीमी
समर्पण
हज़ूर सरवर-ए-ब्रह्मांड
(P.B.U.H.) की सेवा में
संदेह और अनिश्चितता के तूफ़ान से उत्पन्न लगभग दो सौ
बीमारियों और समस्याओं को एकत्र कर इस पुस्तक में उनका समाधान प्रस्तुत किया जा
रहा है।
पुस्तक "रूहानी इलाज" में जितने भी
रोगों के उपचार और समस्याओं के समाधान प्रस्तुत किए गए हैं, वे सभी मुझे सिलसिला ओवैसिया, कलंदरिया, अज़ीमिया से
स्थानांतरित हुए हैं, और इस फ़क़ीर ने इन समस्त आमलियात
की ज़कात अदा की है।
मैं ब्रह्मांड की सृष्टि के लिए इस रूहानी कृपा को
सामान्य करता हूँ और सैय्यदुना हज़ूर (P.U.H.B.) के माध्यम से प्रार्थना करता हूँ कि अल्लाह तआला मेरी
इस कोशिश को स्वीकार्यता प्रदान करें, अपने भक्तों को
स्वास्थ्य प्रदान करें, और उन्हें कठिनाइयों, संकटों और परेशानियों से सुरक्षित रखें।
आमीन, सुम्मा आमीन।
Searching, Please wait..